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पीरियड्स पेन रिलीफ टिप्स: पीरियड्स के दर्द को कम करने के 10 घरेलू उपाय

पीरियड्स पेन रिलीफ टिप्स: पीरियड्स के दर्द को कम करने के 10 घरेलू उपाय

इस आर्टिकल में हम पीरियड पेन रिलीफ से जुड़े टिप्स के बारे में बात करेंगे और साथ ही साथ...

हर महीने, लगभग हर दूसरी महिला पीरियड क्रैम्प्स (Period cramps) से गुज़रती हैं। आंकड़ों के अनुसार, आधी से ज़्यादा महिलाएं पीरियड के दौरान दर्द से पीड़ित रहती हैं। पीरियड में बहुत दर्द होने की स्थिति को डिसमैनरिया (dysmenorrhea ) कहते हैं। बहुत सी महिलाओं को डिसमैनरिया (dysmenorrhea) के अनेक लक्षणों का अनुभव हो सकता है। दूसरी ओर कुछ महिलाओं में, पीरियड का दर्द या डिसमैनरिया एक अलका सा दर्द है जो अपने आप ही दूर हो जाता है। अगर आप भी पीरियड के दर्द का सामना कर रहे हैं और आपको इसका समाधान नहीं  मिल रहा है, तो आप बिल्कुल ठीक जगह पर आए हैं। हमने पीरियड की परेशानी को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपचारों की बात की है।

पीरियड में ऐंठन (क्रैम्प) का क्या कारण है? (What Causes Period Cramps in Hindi)

What Causes Period Cramps in Hindi

मासिक धर्म की साइकिल के दौरान गर्भाशय (uterus) सिकुड़ता और आराम (Relax) करता है। यह सिकुड़ना और रेलसकरना गर्भाशय की परत (एंडोमेट्रियल लाइनिंग- Endometrial Lining) के टूटने में सहायता करता है। पीरियड में दर्द और ऐंठन पैदा करने के लिए एक हॉर्मोन जिसे प्रोस्टाग्लैंडीन के नाम से जाना जाता है, यह हार्मोन बनता है। यह उन कम उम्र की महिलाओं में ज़्यादा गीता है जिनको अनियमित पीरियड होते हैं, जो धूम्रपान करती हैं या जिनके पीरियड में दर्द का इतिहास है।

ऐसे कौन से उपाय हैं जिनका उपयोग आप घर पर कर सकते हैं?

10 home remedies to reduce period pain in hindi

गरमी या हीट आपकी सबसे अच्छी दोस्त है

जिन महिलाओं में पीरियड के दौरान मसल्स क्रैम्प्स होते हैं उनमें हीट/गरम्म चीज़ लगाना आराम देने के लिए एक अच्छा समाधान है। मासिक धर्म के दौरान होने वाला दर्द सच है। इस समय पर अपने पेट के ऊपर गर्म पानी की थैली/हीटिंग पैड या गर्म पानी की बोतल रखने से मांसपेशियों में ऐंठन से राहत मिल सकती है। गर्म पानी की थैलियों या हीटिंग पैड आपके पेट/एब्डोमेन के क्षेत्र के आसपास खून का परिसंचरण बढ़ा देते हैं, जिससे पेट दर्द में सहायता मिलती है। आप यदि गर्म पानी से नहाते हैं तो उससे भी वही तरीके से आराम मिलता है।

कुछ सरल व्यायामों को आजमाएं

पीरियड के दौरान कोई एक्सरसाइज करना या व्यायाम करने का विचार ही कभी कभी बहुत दर्दनाक हो सकता है। लेकिन आगे पढोगे तो शायद आपको सोच कर आराम मिले। आम दिनों में भी व्यायाम करना या सिर्फ अपने शरीर को हिलाना डुलाना , आपके शरीर में रक्तचाप को सुधारने में मदद करता है।  पीरियड के दौरान व्यायाम करना आपकी मांसपेशियों की ऐंठन/क्रैम्प्स को कम करने में मदद करती है। रक्तचाप बढ़ने से ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है जिससे आपकी मांसपेशियों को आराम मिलता है। यही कारण है की आपको पीरियड के दौरान, चलने फिरने, जॉगिंग करने या स्ट्रेचिंग करे जैसे कुछ मामूली एरोबिक वर्कआउट (Aerobic Workout) करने की सलाह दी जाती है, ये व्यायाम या वर्कआउट पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं और आपके पीरियड के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने में भी मदद करेते हैं। व्यायाम करते समय आपका शरीर एंडोर्फिन नमक हॉर्मोन छोड़ता है, जो आपके मन/मूड में सुधार लाता है और मांसपेशिओं में ऐंठन को भी कम करने में मदद करता है | योग करने से आपके हार्मोन के संचार में लगातार बदलाव आता है और मस्कुलर क्रम्पिंग (Muscular cramping) होती है, जो पीरियड को एक दर्दनाक, असहज और असहनीय अनुभव बना सकती है। योग करने से आपको पीरियड की ऐंठन की पीड़ा में आराम मिलता है। अध्ययनों ने साबित किया है की, जो महिलाएं पीरियड के दौरान अभ्यास करती हैं, उन्हें पीरियड के दौरान दर्द कम होता है।

खूब सारा पानी पिएं

एक अन्य चीज़ जो अप्रिय ( unpleasant) पीरियड/मेंस्ट्रुएशन (Menstruation) का कारण बनने में योगदान दे सकता है, वह पर्याप्त पानी न पीना है। एक आम आदमी के शरीर में सामान्यतः 70% पानी ही होता है। यही कारण है की स्वस्थ रहने के लिए रोज़ कम से कम एक - दो लीटर पानी पीने की आवश्यकता होती है। अपने आप को हाइड्रेटेड (Hydrated) रखना चाहिए। पीरियड के दौरान यह बहुत आवश्यक है की आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि आपकी मांसपेशियों में ऐंठन और पीरियड से संबंधित अन्य असुविधाओं से बचाव करने में मदद मिल सके। पीरियड में फूला हुआ भी महसूस होता है जो पर्याप्त पानी पीने से कम फूला हुआ भी महसूस होगा।

एक दर्द निवारक दवा लें जिसे ओवर-द-काउंटर ड्रग कहा जाता है

यदि आपको पीरियड के दौरान बहुत अधिक दर्द होता है और आपके दैनिक जीवन  में बढ़ा बनता है तो आपको ओवर-द-काउंटर दवा लेने पर विचार करना चाहिए। नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (NSAID) जैसे की इबुप्रोफेन (Ibuprofen), जो शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन (Progtaglandin) की क्रिया को कम करती हैं, ये पीरियड के दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं। प्रत्येक महिला का शरीर अलग अलग तरीके से दवाओं के प्रति प्रतिक्रिया (respond) करता है। इसलिए, यह पता करने के लिए कि आपके लिए कोनसी और कितनी मात्रा में दवा सुरक्षित है, कोई भी दवा लेने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।

हर्बल टी/चाय पिएं

हर्बल चाय/टी जैसे की लैवेंडर (Lavender)  चाय और पुदीने (Mint)  की चाय या इनके मिश्रण की चाय पीने से आपको पीरियड में ऐंठन, दर्द और परेशानी से राहत पाने में मदद मिलती है। पेपरमिंट (Pepermint) और कैमोमाइल (Chamomile) जैसी पत्तियों की चाय आपके पीरियड की ऐंठन और दर्द को बहुत हद्द तक कम करने में मदद कर सकती है। अदरक की चाय या सौंफ की चाय से भी आपके डिसमैनरिया (dysmenorrhea ) के लक्षणों में मदद मिलती है। कैमोमाइल की चाय आपके शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन (Prostaglandin) की क्रिया को नियमित (regulation) करने के साथ-साथ मासिक धर्म (Periods) के दौरान बहने वाले रक्त प्रवाह को बढाती है।

अच्छी डाइट लें

शरीर को स्वस्थ बनाये रखने के लिए एक पौष्टिक आहार लेना चाहिए। स्वस्थ और पौष्टिक आहार आपके शरीर के प्राकृतिक दर्द के रेस्पॉन्स में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सामान्य तौर पर, जिन महिलाओं में अच्छा और पौष्टिक आहार लेने की आदत होती है, उन महिलाओं की तुलना में जिनमें खराब लेने की आदत है, उनसे डिसमैनरिया (dysmenorrhea) कम संख्या में होता है। एक अध्ययन के अनुसार, जो माहिलाएं कम फैट वाला शाकाहारी भोजन कहती हैं उनमें अक्सर पीरियड के दौरान दर्द कम होता है। आपको अपने भोजन में अच्छा फैट (Healthy Fat) शामिल करें, आप कम और अच्छा फैट वाले तेल्ल इस्तेमाल करें जैसे की जैतून का तेल, सालमन का तेल, बादाम का तेल, काजू का तेल, और अखरोट आदि का तेल।

चीनी और प्रोसेस्ड फूड्स से बचना चाहिए

पीरियड में होने वाली क्रेविंग आपको जंक फूड खाने के लिए तरसा सकती है, लेकिन जंक फ़ूड खाने से आपको दर्दनाक पीरियड से जूझना पद सकता है। रिफाइंड खाद्य पदार्थ, जैसे कि पास्ता, ब्रेड, और मीठे खाने वाले पदाथ, शरीर में सूजन की प्रतिक्रिया को बढ़ाते हैं, जिनके कारण आपको पीरियड में दर्द और मांसपेशियों में ऐंठन पैदा कर सकते हैं। आपको कुछ खाने के आइटम जैसे की फ्रेंच फ्राइज़, बिस्किट्स और आइसक्रीम के लिए खाने की तालाब होती हैं, तो आपको इनका सेवन एक सीमित मतत्र में ही करना चाहिए। इनका सेवन पीरियड के दौरान और उनके पहले भी कम करने की कोशिश करना चाहिए। 

अपने मैग्नीशियम का सेवन बढ़ाना चाहिए

मैग्नीशियम एक प्रकार का वाइटल मिनरल (Vital Mineral) है जिसके कारण शरीर का सही ढंग से चलना निर्धारित होता है, यह शरीर के कुछ मेटाबोलिक फंक्शन (Metabolic function) के लिए आवश्यक होता है। यह सामान्य मसल्स और नर्व के फंक्शन (Normal muscle and nerve function) के लिए भी आवश्यक होता है। जो महिलाएं रोजाना पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम का सेवन करती हैं, उनकी तुलना में जिन महिलाओं में  मैग्नीशियम की कमी होती है उनमें मांसपेशियों में ऐंठन और पीरियड से संबंधी अन्य लक्षण अधिक मात्रा में प्रकट होते हैं। आपको अपने डॉक्टर से सलाह/परामर्श लेना चाहिए ताकि आप पहले अपने मैग्नीशियम के स्तर की जाँच/टेस्ट करवाएं। यदि आप के अंदर मैग्नीशियम की कमी आती है, तो आपको आपके डॉक्टर अपके दैनिक मैग्नीशियम के सेवन को बढ़ाने के लिए कह सकते हैं, या वे आपको मैग्नीशियम के लिए अन्य सप्लीमेंट्स (Supplements) लेने के लिए कह सकते हैं।

कैफीन और शराब का सेवन करने से बचना चाहिए

पीरियड के दऊरान पेट में दर्द और ऐंठन के लिए कैफीन प्रमुख कारणों में से एक है। आज कल की जीवनशैली में खाने वाले आहार में बहुत से प्रकार के ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो कैफीन युक्त हैं, जैसे की चॉकलेट, चाय, आपके ऑफिस में मिलने वाली डि्कंस और सोडा हैं। पीरियड के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन से बचने के लिए कोशिश करें की पीरियड शुरू होने पर कम से कम कैफीने युक्त ड्रिंक्स और खाद्य पदार्थों का सेवन करें। पीरियड के दौरान शराब पीने से आपको पीरियड में दर्द, सूजन और ऐंठन हो सकती है इसलिए इस समय पर शराब पीना सही बात नहीं है।

गणेश डायग्नोस्टिक कैसे आपकी सहायता कर सकता है?

कभी कभी पीरियड में बहुत तेज़ होने वाले दर्द और ऐंठन का कारण कोई अन्य बीमारी भी हो सकती है।  यह बेहतर होगा यदि आप एहतियादी कार्रवाई (Precautionary Measures) लें। गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर आपको विभिन्न पैकेजेस ऑफर कटरा है जैसे की 

सारांश

जी न महिलाओं को पीरियड के दौरान  मतली (nausea), बेचैनी,और डिसमैनरिया (dysmenorrhea ) का सामना करना पड़ता है,उनके लिए अपने रोज़मर्रा के काम करना काफी मुश्किल हो सकता है। मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन से बचने व राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपचार बहुत प्रभावी तरीके साबित होते हैं। यह ज़रूरी नहीं हैं की आपको नियमित रूप से दवाएं ही लेना पड़ेगा। आप ऊपर समझाए गए घरेलु उपचारों में से किसी एक या एक ज़्यादा के मिश्रण का उपयोग करके इन लक्षणों से रहत पा सकते हैं।

पीरियड से जुड़े आमतौर पर पूछे जाने वाले प्रश्न (Commonly Asked Questions Related to Period in Hindi)

क्या यह सच है कि पीरियड क्रैम्प के कारण उल्टी होती है?

आपके शरीर में बनने वाले प्रोस्टाग्लैंडीन (Prostaglandin) नमक हॉर्मोन (Hormone) के कारण ही आपको पीरियड के दौरान आपको असहजता होती है। पीरियड (Periods) और डिसमैनरिया (dysmenorrhea )के दौरान आपको मतली(nausea) और उल्टी जैसे लक्षण हो सकते हैं।

क्या पीरियड क्रैम्प के लिए चॉकलेट अच्छा है?

चॉकलेटस के अंदर कैफीन की मात्रा काफी होती है, जिसके करण आपके शरीर में सूजन हो सकती है, इसलिए चॉकलेट का मासिक धर्म में सेवन करना ऐंठन को कम या दर्द से रहत पाने में मदद नहीं कर सकती। यदि आपको चॉकलेट खाने की क्रेविंग होरही है तो कोशिश करें की आप चॉकलेट कम मात्रा में खाएं और अधिमानतः डार्क चॉकलेट खाएं, क्योंकि दर्द चॉकलेट में मैग्नीशियम की उच्च मात्रा होती हैं जिसके कारण ऐंठन और दर्द में सहायता मिल सकती हैं।

क्या हल्दी की चाय पीरियड क्रैम्प में मदद कर सकती है?

हल्दी की चाय पीने से आपको पीरियड के दौरान ह ओने वाले दर्द और ऐंठन से रहत मिलती है।  इसके साथ साथ हल्दी की चाय आपके रक्त प्रवाह को भी बेहतर बनाती है। जहाँ हल्दी की चाय के फायदे होते हैं, इसके अत्यधिक सेवन से जुड़े साइड इफ़ेक्ट भी हो सकते हैं। इसलिए यह कहा जाता है की आमतौर पर इसे कम ही मात्रा में पिएं।