इस लेख में PET स्कैन के दुष्प्रभावों पर चर्चा की जाएगी। हम PET स्कैन से जुड़े कुछ सामान्य...
PET स्कैन (पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी/कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन) कोशिकाओं या कैंसर की असामान्य वृद्धि का पता लगाने के लिए एक उन्नत गैर-इनवेसिव रेडियोलॉजिकल स्कैन है। इस प्रक्रिया में स्थिति की छवियाँ बनाने के लिए मोटराइज्ड एक्स-रे का उपयोग किया जाता है। PET स्कैन में कैंसर का आसान और शुरुआती पता लगाने के लिए fdg, गैलियम, सोडियम, फ्लोरीन आदि जैसे रेडियोधर्मी ट्रेसर का उपयोग किया जाता है। शुरुआती पहचान से स्थितियों का आसानी से इलाज करने में मदद मिलती है क्योंकि कैंसर का चरण मायने रखता है। स्कैन स्थिति की 3D छवियाँ प्रदान करता है, जो एक बेहतरीन सचित्र प्रतिनिधित्व है और स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए समझने में आसान है।
PET स्कैन के साइड इफ़ेक्ट? (Side effects of PET scan in Hindi?)
CT और MRI स्कैन की तुलना में PET स्कैन के अलग-अलग फ़ायदे हैं। PET स्कैन उन्नत हैं, जो स्थितियों का शुरुआती पता लगाने में मदद करते हैं। लेकिन PET स्कैन से संबंधित कुछ साइड इफ़ेक्ट भी हैं। कुछ साइड इफ़ेक्ट नीचे चर्चा किए गए हैं:
दर्द और लालिमा (Pain and Redness)
PET स्कैन करवाने वाले व्यक्ति को इंजेक्शन वाली जगह पर लालिमा का अनुभव होता है, जहाँ रेडियोधर्मी ट्रेसर इंजेक्ट किया जाता है। व्यक्ति को इंजेक्शन वाली जगह और आस-पास के क्षेत्रों में भी लालिमा महसूस हो सकती है।
इंजेक्शन के बाद एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाएँ (Allergic Reactions After Injection)
इंजेक्शन लगवाने के बाद व्यक्ति को रेडियोधर्मी ट्रेसर से एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाएँ हो सकती हैं। यह स्थिति हल्की और दुर्लभ है और परीक्षण करवाने से पहले रोगियों को सहमति और कुछ परीक्षण प्रस्तुत करने होते हैं। उन्हें अतीत में किसी भी संभावित एलर्जी संबंधी प्रतिक्रिया के बारे में भी सूचित करना होता है।
रेडिएशन एक्सपोजर (Radiation Exposure)
PET स्कैन करवाने वाले रोगी हमेशा रेडिएशन के संपर्क में आते हैं, रेडिएशन एक्सपोजर हमेशा हानिकारक होता है। हालाँकि, PET स्कैन में इस्तेमाल की जाने वाली रेडिएशन की मात्रा सुरक्षित मानी जाती है। लगातार और लंबे समय तक एक्सपोजर हानिकारक है और कैंसर की शुरुआत कर सकता है।
सिरदर्द (Headache)
PET स्कैन प्रक्रिया सिरदर्द से जुड़ी है, स्कैन करवाने के बाद व्यक्ति को हल्का से लेकर गंभीर सिरदर्द महसूस हो सकता है। सिरदर्द कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाएगा।
स्वाद में बदलाव (Change in Taste)
PET स्कैन के बाद होने वाले साइड इफ़ेक्ट में से एक मुंह के स्वाद में बदलाव है। रेडियोधर्मी पदार्थ का इंजेक्शन लगाने के बाद व्यक्ति को कुछ समय तक कोई स्वाद या अजीब सा स्वाद महसूस नहीं हो सकता है। कुछ समय बाद, जब कंट्रास्ट मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाता है, तो स्थिति अपने आप ठीक हो जाती है।
मतली और उल्टी (Nausea and vomiting)
PET के लिए जाने वाले रोगियों में यह भी एक आम स्थिति है, उल्टी की तुलना में मतली अधिक आम है और लगभग हर रोगी को यह स्थिति महसूस हो सकती है। ऐसा PET स्कैन के लिए इंजेक्ट किए गए रेडियोधर्मी पदार्थ के कारण होता है।
असहज महसूस होना (Uncomfortable feeling)
स्कैन के लिए जाने वाला व्यक्ति रेडियोधर्मी इंजेक्शन के बाद या स्कैनर मशीन में असहज और असहज महसूस कर सकता है। यह एक आम स्थिति है और व्यक्ति बहुत सारे भ्रमित विचारों और कल्पनाओं के साथ बहुत असहज महसूस करता है।
PET स्कैन से किन बीमारियों या स्थितियों का पता लगाया जा सकता है? (Which diseases or conditions can be detected by PET scan in Hindi?)
PET स्कैन से पता लगने वाली विभिन्न बीमारियों और स्थितियों में शामिल हैं:
- कैंसर
- मस्तिष्क संबंधी विकार
- हृदय रोग
- वास्कुलिटिस
आप दिल्ली में PET स्कैन के लिए कहां जा सकते हैं? (Where do you go for a PET scan in Delhi?)
कोई भी व्यक्ति दिल्ली में किसी भी प्रकार के PET स्कैन के लिए गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर जा सकता है। यह सेंटर सभी टेस्ट और PET स्कैन पर भारी छूट प्रदान करता है। गणेश डायग्नोस्टिक दशकों से PET स्कैन सेवाएँ प्रदान कर रहा है और इसके पास बहुत अनुभव है। इसकी गुणवत्ता NABH और अन्य गुणवत्ता मापदंडों द्वारा मान्यता प्राप्त है।
गणेश डायग्नोस्टिक दिल्ली में किस प्रकार के PET स्कैन उपलब्ध हैं? (Which type of PET scans are available at Ganesh Diagnostic Delhi?)
गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर में विभिन्न प्रकार के PET स्कैन उपलब्ध हैं:
- DOTA PET CT Scan (Book Now)
- Brain PET Scan (Book Now)
- F-18 Choline PET Scan (Book Now)
- FDG-PET Scan (Book Now)
- Whole Body PET Scan (Book Now)
- PSMA PET Scan For Prostate (Book Now)
- Dopa Brain PET Scan (Book Now)
- PET Viability Scan Cardiac (Book Now)
- Cardiac PET Scan (Book Now)
निष्कर्ष (Conclusion)
PET स्कैन कैंसर, फेफड़ों की बीमारियों या हृदय संबंधी विकारों जैसी बीमारियों का पता लगाने के लिए एक उन्नत नैदानिक प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया लगभग सुरक्षित है, लेकिन कुछ लोगों को सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी, मतली, एलर्जी आदि जैसे हल्के दुष्प्रभाव महसूस हो सकते हैं। मरीज किसी भी प्रकार के PET CT स्कैन के लिए गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर पर जा सकते हैं और परीक्षण पर भारी छूट पा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
PET स्कैन क्या है?
PET स्कैन (पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी/कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन) एक गैर-इनवेसिव रेडियोलॉजिकल स्कैन है जिसका उपयोग कैंसर, हृदय संबंधी बीमारियों, फेफड़ों की बीमारियों आदि जैसी गंभीर स्थितियों की जांच के लिए किया जाता है।
PET स्कैन के दुष्प्रभाव क्या हैं?
PET स्कैन के दुष्प्रभावों में सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी, मतली, एलर्जी आदि शामिल हैं।
गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर दिल्ली में विभिन्न PET स्कैन क्या उपलब्ध हैं? गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर दिल्ली में DOTA PET CT स्कैन, ब्रेन PET स्कैन, F-18 कोलाइन PET स्कैन, FDG-PET स्कैन, होल बॉडी PET स्कैन आदि जैसे विभिन्न PET CT स्कैन उपलब्ध हैं।
दिल्ली में PET स्कैन कहाँ किया जाता है?
गणेश डायग्नोस्टिक दिल्ली में सबसे अच्छा PET स्कैन सेंटर है जो गुणवत्तापूर्ण परिणामों के साथ भारी छूट प्रदान करता है।
PET स्कैन रिपोर्ट ऑनलाइन कैसे डाउनलोड करें?
मरीज गणेश की डायग्नोस्टिक वेबसाइट पर जा सकते हैं या PET स्कैन रिपोर्ट ऑनलाइन डाउनलोड करने के लिए 011-47-444-444 / 011-47-333-333 पर कॉल कर सकते हैं।

