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पेट के कीड़े क्यों होते हैं? जानिए इसके लक्षण, कारण और निदान।

पेट के कीड़े क्यों होते हैं? जानिए इसके लक्षण, कारण और निदान।

आइये जानें पेट में कीड़े होने के लक्षण, कारण, निदान और कुछ घरेलु उपचार, इसके बारे में...

पेट के कीड़े, व्यक्ति की आंतों में होते हैं। ज़्यादातर लोगों में पेट के कीड़े से संक्रमण हल्की बीमारी का कारण बनते हैं। पेट में कीड़े का इलाज दवाओं से किया जा सकता है।

पेट में कीड़े होने के लक्षण (Symptoms Of Intestinal/Stomach Worms In Hindi)

पेट में कीड़े होने के कारण पीडित को पेचिश (dysentery) हो सकती है। पेचिश मल में रक्त और बलगम के साथ दस्त का कारण बन सकता है। कुछ मामलों में, मल त्यागते समय पेट के कीड़े खुद-ब-खुद निकल जाएगा।

कुछ लोगों में वर्षों तक बिना किसी लक्षण के आंतों में कीड़े बने रह सकते हैं।

पेट में कीड़े होने से बचने के उपाय (Prevention Tips for Stomach Worm in Hindi)

पेट में कीड़े होने की रोकथाम

Prevention Tips for Stomach Worm in Hindi

  • साफ़ जगह पर रहे 
  • खाना खाने से पहले हार्थों को धोएँ
  • खुले में बनाये जाने वाले भोजन का सेवन न करें 
  • साफ जल ही पीने के लिए इस्तेमाल करें
  • यदि नल से पानी लेते हैं तो उसको अच्छी तरह उबाल कर ठण्डा करके पिएँ
  • बासी भोजन हो या खराब हो उसे न खाएँ
  • ज़्यादा मीठा खाना न खाएं 
  • डिब्बे में बंद भोजन व मीठे खाने का सेवन करने से बचें
  • सब्जियों को अच्छी तरह से पका कर खाएं 
  • साफ़ व ताज़ा भोजन करें
  • घर में बना खाना ही खाएँ
  • यदि आप मांसाहारी हैं तो कच्चा मांस न खाएं और कच्ची सब्जियां कम से कम खाएं

पेट में कीड़े होने के कारण (Causes Of Intestinal Worms in Hindi)

Causes Of Intestinal Worms in Hindi

यदि आप संक्रमित सूअर, गाय, या मछली जैसे मांस को बिना अच्छे से से पकाये खा लेते है तो आपको पेट में कीड़े होने को सम्भावना बढ़ जाती है। पेट में कीड़े होने की सम्भावना अन्य कारणों से भी बढ़ सकती है जैसे की:

  • दूषित जल का सेवन करना 
  • दूषित मिटटी के संपर्क में आने से 
  • स्वच्छ और साफ न रहना 
  • दूषित मल से संपर्क होना 

किसी भी प्रकार के दूषित पदार्थ के संपर्क में आने से या उसका सेवन करने से आप पेट में कीड़े करने वाले परजीवी से संक्रमित हो सकते हैं। ये परजीवी सेवन करने के बाद आपकी आंतों तक पहुंच जाते हैं जहाँ ये प्रजनन करते हैं और संख्या में बढ़ते रहते हैं। मात्रा में बढ़ने के साथ साथ वे आकार में भी बढ़ते हैं, जिसके कारण लक्षण प्रकट होने लगते हैं।

पेट में कीड़े होने से डॉक्टर से संपर्क कब करें (When To Talk To a Doctor For Intestinal Worms In Hindi)

ज़्यादातर पेट के कीड़े हल्के लक्षण ही पैदा करते हैं, लेकिन यदि आपको यह संदेह है की आप संक्रमित हैं तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। दवाओं का प्रयोग करके अक्सर कीड़ों से छुटकारा पाया जा सकता है। कुछ मामलों में आपको डॉक्टर से सलाह एनी चाहिए जैसे की -

  • मल के साथ रक्त या मवाद आना 
  • दिन में बार-बार उल्टियां होना 
  • यदि आपके शरीर का तापमान बढ़ा रहता है 
  • यदि आपको बहुत अधिक थकान रहती है 
  • यदि आपको निर्जलित महसूस होता हैं
  • यदि आपका वजन बिना किसी स्पष्ट कारण से घट रहा है हो 
  • हर समय बीमार महसूस करना, 
  • लम्बे समय से दस्त रहना 
  • 2 हफ़्तों से ज़्यादा समय से पेट में दर्द रहना 
  • त्वचा पर कीड़े की आकृति के लाल व खुजलीदार दाने होना 

पेट में कीड़े होने का निदान (Diagnosis of Intestinal Worms)

आपके लक्षणों और शारीरिक परीक्षण करने के बाद आपके डॉक्टर आपको निदान के परीक्षण का बताएंगे। कुछ परीक्षण निम्नलिखित हैं -

  • मल में परजीवी के अंडे को देखने के लिए मल परीक्षण (Stool Test)

अन्य नैदानिक परीक्षण (Diagnostic Tests for Intestinal Worms in Hindi)

  • स्कॉच टेप परीक्षण (Scotch Tape Test)
  • रक्त परीक्षण (Blood Test)
  • इमेजिंग (Imaging test)
  • एक्स-रे (X-ray)
  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)
  • एमआरआई (MRI Scan)
  • सीटी स्कैन (CT scan)
  • कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy)

पेट में कीड़े होने की जटिलताएँ क्या हैं? (Complications Of Intestinal Worms)

यदि आपके पास गंभीर परजीवी भार है तो आपको लक्षणों का अनुभव हो सकता है जैसे -

  • गंभीर दस्त के कारण निर्जलीकरण (Dehydration)
  • आँतों में रुकावट या बाधा (Bowel Obstruction)
  • पोषण की कमी (Malnutrition)
  • आयरन की कमी से एनीमिया (Anemia)
  • अग्नाशयशोथ (Pancreatitis)
  • अपेंडिसाइटिस (Appendicitis)
  • पित्तवाहिनीशोथ (Cholangitis)
  • पेरिटोनिटिस (Peritonitis)
  • पेचिश (Dysentery)
  • कोलेसीस्टाइटिस (Cholecystitis)
  • गुदा का बाहर आ जाना (Rectal Prolapse)
  • अंग क्षति (यदि कीड़ा आपके मस्तिष्क, आंखों, हृदय, फेफड़े या यकृत तक पहुंच जाता है)।

परिणाम

दवाएँ पेट के कीड़ों के परजीवियों को जल्दी खत्म कर देती हैं। परजीवी ख़त्म हो जाने से लक्षण आमतौर पर ख़त्म हो जाते हैं।

यदि आप गर्भवती हैं तो संक्रमण को ख़तम करना कठिन हो सकता है। इन मामलों में, यह सुनिश्चित करने के लिए संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए उपचार करवाना कर रहे हैं।