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छाती का सीटी स्कैन क्या है? जानिए इसके कारण, प्रक्रिया और इससे जुड़े जोखिम

छाती का सीटी स्कैन क्या है? जानिए इसके कारण, प्रक्रिया और इससे जुड़े जोखिम

सी टी स्कैन एक प्रकार की एक्स रे इमेजिंग प्रक्रिया है जिसमे रेडिएशन्स का इस्तेमाल...

सी टी स्कैन एक प्रकार की इमेजिंग प्रक्रिया है। इसमें रेडिएशन (radiation) का इस्तेमाल करके शरीर के विभिन्न अंगों की इमेज ली जाती है जैसे की लिवर (liver), फेफड़े (lungs), दिल (heart) इत्यादि। एक्स रे इमेज आपके डॉक्टर को किसी भी प्रकार की बीमारी का पता लगाने में सहायक होती हैं , यह बीमारिया शरीर के किसी भी अंग में हो सकती हैं, यदि डॉक्टर छाती के एक्स रे करवाता है, एक्स रे में कुछ छाती की बीमारी जैसे की निमोनिया (pneumonia), टी बी (TB), हड्डियों का फ्रैक्चर (Bone fracture) भी देखा जा सकता है। 

सी टी स्कैन मशीन (CT Scan Machine) एक गोलाकार डोनट जैसी दिखने वाले मशीन है, यह मशीन स्कैन करते समय आपके चारो और गोल गोल घूमते हुए तस्वीरें लेती है , यह तसवीरें कंप्यूटर की सहायता से कंप्यूटर पर देखी जा सकती हैं। 

सीटी स्कैन के दौरान हो सकता है की आपको एक कॉन्ट्रस्ट डाई (contrast dye) दी जाये, जिसे आपकी बाह या हाथ में लगाया जाता है एक कैथिटर (catheter) की सहायता से। कंट्रास्ट डाई का इस्तेमाल करके स्कैन की तस्वीरें ज़्यादा साफ़ और सटीक प्राप्त होती हैं।

छाती का सीटी स्कैन कब करवाना चाहिए?

सी टी स्कैन की सहायता से छाती और उसके अंगों का निरिक्षण किया जा सकता है , निरिक्षण के दौरान कई बीमारियों का अनुमान लगाया जा सकता है जैसे की:

छाती का सीटी स्कैन कब करवाना चाहिए

  • खून में आयी रुकावटें (Blood Clots)
  • चोट लगने की घटनाएं 
  • चाट में खून का दौरा (Blood Flow)
  • छाती के इन्फेक्शन/संक्रमण (Infection)
  • स्वस्थ्य की समस्याओं की जाँच के लिए 
  • कैंसर (Cancer) या ट्यूमर (Tumour) की जाँच के लिए 
  • छाती में घाव का पता लगाने के लिए 
  • सीने में दर्द (Pain) की जाँच के लिए
  • टी बी (TB) एक्स रे में दिख सकता है 
  • सी टी स्कैन तब किया जाता है जब अन्य किसी एक्स रे (X-Ray) के माध्यम से बीमारी का निष्कर्ष नहीं निकलराहा हो। 
  • सी टी बाईओप्सी (CT Biopsy) के दौरान सुई का मार्गदर्शन करने के लिए भी किया जा सकता है। बाईओप्सी प्रक्रिया में कुछ सेल्स को इकट्ठा करके उसकी प्रयोगशाला में जाँच की जाती है। 
  • सी टी स्कैन की मदद से फेफड़ो (lungs) में जमे तरल पदार्थ को निकलने में इस्तेमाल किया जा सकता है। 
  • कैंसर की स्तिथि को जांचने के लिए 
  • कैंसर के इलाज की सफलता और प्रगति को जांचने के लिए '

आपके डॉक्टर सी टी स्कैन किन्हीं अन्य कारणों के लिए भी कर सकते हैं।

सी टी स्कन कौन नहीं करवा सकता?

कुछ स्तिथियो में आपको सी टी स्कैन नहीं करवाना चाहिए जैसे की -

  • यदि आप गर्भवती हैं(Pregnant), या आपको संदेह है की आप गर्भवती हैं 
  • यदि आप स्तनपान (breastfeeding or chestfeeding) करवाती है , यदि टेस्ट के दौरान कॉन्ट्रस्ट डाई का इस्तेमाल किया गया था, कंट्रास्ट डाई (contrast dye) रेडियोएक्टिव (radioactive) होती है और यह कॉन्ट्रस्ट डाई को आपके शरीर से पूरी तरह से निकलने में टेस्ट के बाद कुछ घंटे लग जाते हैं, छोटे बच्चे एक्स रे से आपसे ज़्यादा प्रभावित हो सकते हैं , इसलिए आपको कम से कम 3-4 घंटे बच्चो से न ही ज़्यादा पास जाना चाहिए न ही स्तनपान करवाना चाहिए। हालांकि टेस्ट के बाद ज़्यादा पानी पीने से कंट्रास्ट के शरीर से निकलने की गति बढ़ सकती है। 
  • यदि अपने पहले भी कॉन्ट्रस्ट बसेड डायग्नोस्टिक इमेजिंग (contrast based diagnostic imaging) करवाई थी और आपको कॉन्ट्रस्ट से एलर्जी (allergy) हुई थी। 
  • यदि आपको स्वास्थ्य संबंधित कुछ बीमारी है जैसे की किडनी फेलियर (kidney failure) या डायबिटीज/ शुगर (diabetes)। हो सकता है आपके डॉक्टर आपके लिए अन्य किसी इमेजिंग तकनीक का सुझाव दें या फिर आपको टेस्ट से पहले कुछ दवा अस्थायी रूप से रोकने को कहें। 
  • अगर आपको भीड़ी, सिमटी जगहों से मन घबराता है। (क्लौस्ट्रफ़ोबिया)(claustrophobia)

चेस्ट सीटी स्कैन से पहले की तैयारी?

सी टी स्कैन से पहले आपको क्या ध्यान में रखना है की जानकारी आपको आपके डॉक्टर बता देते है , कुछ नीचे लिखी हैं -

  • यदि आपको कभी किसी भी चीज़ से एलर्जी (allergy) हुई है 
  • यदि अपने पहले कोई कॉन्ट्रस्ट बेस्ड इमेजिंग करवाई है और आपको एलर्जी हुई है 
  • यदि आपको आयोडीन (iodine) से या कैल्शियम (calcium) से युक्त पदार्थो से एलर्जी है 
  • यदि आप कोई दवा नियमित रूप से लेरहे हैं जैसे की डायबिटीज/शुगर की दवा , यह जानकारी आपको अपने डॉक्टर को देना बहुत महत्वपूर्ण है क्योकि इन स्तिथियों में हो सकता है की आपके डॉक्टर आपकी दवा कुछ समय के लिए बंद करवाएं। 

यदि आपको कंट्रास्ट बेस्ड इमेजिंग (contrast based imaging) के लिए अहा है तो आपको -

  • एक सहमति फार्म (consent form) भरवाया जायेगा जिसमे कॉन्ट्रस्ट से जुड़े कुछ दुष्प्रभावों का वर्णन किया होगा 
  • आपको टेस्ट से कुछ समय पहले तक, लगभग 4 घंटों के लिए कुछ न खाने को कहा जायेगा 
  • यदि आप डायबिटीज/शुगर की दवा लेते है ( जैसे की मेटफोर्मिन) (Metformin) हो आपको वह टेस्ट के बाद 48 घंटों के लिए लने से मन किया जायेगा। 

चेस्ट सी टी स्कैन की जोखिम क्या हैं ? 

यदि कॉन्ट्रस्ट इस्तेमाल हुआ था तो हो सकता है आपको कंट्रास्ट से एलर्जी हो। हालांकि एलर्जी होना बहुत कम संभव है, ज़्यादातर एलर्जी के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं -

चेस्ट सी टी स्कैन की जोखिम क्या हैं

  • त्वचा का लाल होना (redness)
  • खुजली होना (itching)
  • साँस लेने में तकलीफ (difficulty breathing)
  • चक्कर आना (dizziness)
  • सीर में दर्द (headache)
  • जी मिचलाना (nausea)
  • उलटी आना (vomiting)
  • सुई लगाते समय थोड़ा चुभना
  •  गर्भावस्था में या बच्चो में बिना पूर्वापाए (precaution) किए सी टी स्कैन करने से अजन्मे बच्चे पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है। 

निष्कर्ष

बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है। इनका इलाज और समय से जाँच करवा लेना बहुत महत्वपूर्ण है। समय से इलाज करवाएं और जाँच केंद्र पर जाँच करवाए। गणेश डाइग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर बहुत सटीक डायग्नोसिस देने की कोशिश करते है। ताकि आपके इलाज में बेहतरीन प्लान बन सके और आप किसी भी बीमारी से निजाद पा सके। हमारे यहां सी टी स्कैन में और अन्य कुछ टेस्ट में लगभग 50 % ऑफ भी मिलता है।

हमारे डॉक्टर से फ्री कंसल्टेशन/बातचीत करें।

  • कंसल्टेशन डॉक्टर- डॉ. रवीन शर्मा ( MBBS , MD Radiologist )
  • फ़ोन नंबर - +91-9212125996
  • उपलब्धता - 24*7*366

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

चेस्ट सीटी स्कैन में कितना समय लगता है?

सी टी स्कैन परीक्षण में  लगभग 30 से 60 मिनट का समय लगता है । इस समय का अधिकांश समय स्कैन के लिए तैयार होने मेंजाता है ।  परीक्षण में केवल कुछ मिनट का समय ही लगता  है। स्कैन की तैयारी में कंट्रास्ट डाई परीक्षण (contrast dye administration) के बाद अधिकतम समय उसके बाद इंतजार करने में जाता है।  

सीटी स्कैन रिपोर्ट कैसे पढ़ सकते हैं?

सीटी स्कैन पढ़ने के लिए, आपको अपने स्पेशलिस्ट डॉक्टर - रेडियोलाजिस्ट (radiologist) के पास जाना होता है। स्कैन रिपोर्ट में काले और सफ़ेद रंगो में शरीर के भागो को दर्शाया जाता है।   सॉफ्ट टिश्यू (soft tissue) , वसा, वायु और हड्डी सभी स्कैन  की तस्वीरों में देखा जा सकता है। आपके शरीर के किसी विशिष्ट क्षेत्र में रंग में परिवर्तन किसी असामान्यता  का संकेत दे सकता है। हड्डी सफेद रूप में दिखाई देती  हैं।

सीटी स्कैन में सी क्या है?

(CT Scan) सी टी स्कैन कंप्यूटेड टोमोग्राफी  (Computed Tomography) होता है । सी टी स्कैन को कैट स्कैन / CAT Scan भी कहा जाता है CAT स्कैन की फुल फॉर्म कंप्यूटेड एक्सियल टोमोग्राफी (computed axial tomography) होता है।  

सीटी स्कैन से क्या पता लग सकता है?

सी टी  स्कैन डॉक्टर को कैंसर  की पहचान  करने में सहायता कर सकता है और कैंसर के इलाज करने में भी मदद के लिए जानकारी प्रदान करता है। अंगों, हड्डियों, और अन्य भागों और रक्त वाहिकाओं की सीटीस्कैन इमेज, एक्स-रे से ज़्यादा साफ़ होती हैं । इन तस्वीरों  को कंप्यूटर में भर कर भी रखा जा सकता है ताकि ये तसवीरें आपके डॉक्टर को भेजी जा सके।

सी टी स्कैन से पहले आपको क्या नहीं करना चाहिए?

यदि आपकी कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड स्टडी (contrast based study) होनी है तो आपको कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिये अगर कतरसत बेस्ड स्टडी नहीं होनी है तो  आप अपनी  सामान्य दिनचर्या  निभा सकते हैं, कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड स्टडी में आपको ध्यान रखना चाहिए जैसे की 

  • आपको कोई गहने नहीं पहनने चाहिए जैसे की गले का हार, कान की बालियां , चश्मा , इत्यादि। 
  • आपको कपड़े बदलने को कहा जायेगा और हॉस्पिटल गाऊन दिया जायेगा। 
  • कंट्रास्ट स्टडी में 4 घंटे पहले कुछ खाना नहीं चाहिए।  

क्या चेस्ट सीटी स्कैन हार्ट ब्लॉकेज दिखाता है?

चेस्ट सी टी में, कार्डियक सीटी (cardiac CT) स्कैन से  ब्लॉकेज का पता लगाया जा सकता है। यह एक गैर-आक्रामक, दर्द रहित परीक्षण है।  यह टेस्ट रक्त वाहिकाओं में किसी भी प्रकार की रुकावट/संकुचन की पहचान करने और हृदय के पंपिंग फ़ंक्शन (pumping efficiency) के साथ किसी भी समस्या का पता लगाने के लिए हृदय और आसपास की रक्त वाहिकाओं का निरीक्षण करता है जो  हृदय रोग का संकेत दे सकता है।