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PET CT Scan कराते समय क्या कदम उठाने चाहिए?

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PET CT Scan कराते समय क्या कदम उठाने चाहिए?

PET CT Scan कराते समय क्या कदम उठाने चाहिए?

PET CT Scan यानी पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (PET) कम्प्यूटेड टोमोग्राफी (CT) स्कैन एक अत्याधुनिक...

PET CT Scan यानी पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (PET) कम्प्यूटेड टोमोग्राफी (CT) स्कैन एक अत्याधुनिक निदान imaging तकनीक है, जिसका उपयोग शरीर के अंगों और ऊतकों की कार्यप्रणाली का आकलन करने के लिए किया जाता है। इसमें एक रेडियोधर्मी ट्रेसर को रक्तप्रवाह में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे ऐसे विस्तृत चित्र बनते हैं जो कैंसर, ब्रेन डिसऑर्डर और हृदय संबंधी रोगों का पता लगाने में मदद करते हैं।

PET CT Scan Procedure (प्रक्रिया)

PET CT Procedure स्कैन के दौरान सबसे पहले एक तकनीशियन आपकी बांह की नस में IV लाइन डालता है और उसके माध्यम से रेडियोधर्मी ट्रेसर जैसे कि फ्लोरो-डीऑक्सीग्लूकोज (FDG) इंजेक्ट करता है। यह ट्रेसर रक्त में फैलता है और शरीर के उन हिस्सों में जमा होता है जहां कोशिकाओं की अधिक गतिविधि होती है। ट्रेसर के असर लेने के लिए करीब 30 से 60 मिनट का इंतजार करना पड़ता है। इसके बाद मरीज स्कैनर की मेज पर लेट जाता है जो मशीन के अंदर स्लाइड करती है। स्कैन प्रक्रिया में CT और PET दोनों इमेजिंग होती हैं, जो शरीर की बनावट और कार्यात्मक जानकारी प्रदान करती हैं। स्कैन में 30 से 45 मिनट लगते हैं, और प्रक्रिया के दौरान बिल्कुल स्थिर रहना बहुत जरूरी होता है।

PET CT Scan Cost in Delhi NCR (दिल्ली NCR में कीमत)

PET CT Scan in Delhi NCR की कीमत लगभग 12,000 रुपये से शुरू होकर 24,000 रुपये तक होती है, जो ट्रेसर के प्रकार और केंद्र की सुविधा पर निर्भर करती है। जैसे कि Ganesh Diagnostic and Imaging Centre Pvt. Ltd. जैसी प्रतिष्ठित संस्थाएँ आधुनिक तकनीक और गुणवत्ता के साथ किफायती दरों पर यह सेवा प्रदान करती हैं।

PET Scan के दौरान पालन करने वाले कदम (What are the steps to follow while having a PET Scan?)

  1. तैयारी: स्कैन से 4 से 6 घंटे पहले उपवास करें। पानी पीना संभव है लेकिन कैफीन युक्त पेय और भारी व्यायाम से बचें। डायबिटिक मरीजों को ब्लड शुगर कंट्रोल में रखना जरूरी है।
  2. स्कैन सेंटर पर पहुँच: निर्धारित समय से 30 मिनट पहले पहुँचें, जहाँ आप मेडिकल इतिहास, दवाइयों और एलर्जी की जानकारी देंगे।
  3. IV लाइन लगाना और ट्रेसर इंजेक्शन: बांह की नस में लाइन डालकर रेडियोधर्मी ट्रेसर दिया जाता है।
  4. इंतजार: ट्रेसर के शरीर में फैलने और अवशोषित होने के लिए आराम से बैठे या लेटे रहें।
  5. स्कैनिंग: PET CT Scan मशीन में शरीर का स्कैन किया जाता है। स्कैन के दौरान पूर्णत: स्थिर रहना महत्वपूर्ण है।
  6. स्कैन के बाद: स्कैन पूरी होने के बाद पानी अधिक मात्रा में पीने की सलाह दी जाती है ताकि रेडियोधर्मी ट्रेसर शरीर से जल्दी बाहर निकल सके।

PET CT Scan के बाद

स्कैन के बाद रोगी सामान्य भोजन और दवाइयाँ तुरंत शुरू कर सकता है। IV दबाने वाली जगह थोड़ी सूजी या दर्द हो सकती है, लेकिन ये लक्षण सामान्य होते हैं। रेडियोधर्मी ट्रेसर का प्रभाव कुछ घंटों में खत्म हो जाता है और PET CT स्कैन को सुरक्षित माना जाता है।

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सुरक्षा और आराम के उपाय

PET CT Scan स्कैन में रेडियोधर्मिता का असर बहुत कम और सीमित होता है। स्कैन के दौरान स्थिर रहना अनिवार्य होता है, जिसके कारण कभी-कभी असुविधा या घबराहट हो सकती है, विशेषकर बच्चों या क्लॉस्ट्रोफोबिक मरीजों को। ऐसे मामलों में चिकित्सकीय सलाह अनुसार सिडेशन भी दिया जा सकता है।

आज ही बुक करें: PET CT Scan Cost in Delhi NCR

सही समय पर सही निदान के लिए PET CT Scan अत्यंत उपयोगी है, जो शरीर की कार्यशील और संरचनात्मक जानकारी प्रदान करता है। दिल्ली NCR में Ganesh Diagnostic & Imaging Centre जैसे विश्वसनीय केंद्र आधुनिक तकनीक और सुविधा के साथ उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएँ देते हैं। समय पर PET CT Scan करवाकर बीमारी की सही पहचान और उपचार संभव है।