Blood Pressure (BP) हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण संकेतक है, जो यह दर्शाता है कि हृदय हमारे शरीर में...
Blood Pressure (BP) हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण संकेतक है, जो यह दर्शाता है कि हृदय हमारे शरीर में रक्त को कितनी शक्ति से पंप कर रहा है। जब भी हम यह सोचते हैं कि normal BP kitna hota hai?, तो सबसे पहले हमारे दिमाग में 120/80 mmHg का आंकड़ा आता है, जिसे स्वास्थ्य के लिहाज से आदर्श BP माना जाता है।
BP की यह रीडिंग दो भागों में होती है —
- सिस्टोलिक BP (ऊपरी संख्या): जब हृदय खून को पंप करता है।
- डायस्टोलिक BP (निचली संख्या): जब हृदय विश्राम की स्थिति में होता है।
अगर यह BP बहुत अधिक या बहुत कम हो जाए, तो यह शरीर के अंगों पर असर डाल सकता है और कई लक्षण जैसे सिर दर्द, थकान, या चक्कर आना देखने को मिल सकते हैं।
BP क्या होता है? (What is BP in Hindi?)
BP, या ब्लड प्रेशर, वह दबाव है जो रक्त धमनियों की दीवारों पर बनाता है जब दिल खून को पूरे शरीर में पंप करता है। इसे mmHg (मिलीमीटर ऑफ मरकरी) में मापा जाता है और दो भाग होते हैं:
- सिस्टोलिक (ऊपरी): जब दिल पंप करता है।
- डायस्टोलिक (निचला): जब दिल आराम करता है।
जब आप यह जानना चाहें कि normal BP kitna hota hai, तो ध्यान रखें कि BP का संतुलन अच्छे स्वास्थ्य का संकेत है।
नॉर्मल BP कितना होता है (Normal BP Kitna Hota Hai)
स्वस्थ वयस्क के लिए normal BP kitna hota hai, इसका उत्तर है 120/80 mmHg। यानी:
- 120 mmHg = सिस्टोलिक प्रेशर
- 80 mmHg = डायस्टोलिक प्रेशर
जब आपका BP इस सीमा में होता है, तो इसे Normal BP range कहा जाता है और यह इस बात का संकेत होता है कि आपका हृदय और रक्त प्रवाह सामान्य रूप से काम कर रहा है।
नॉर्मल BP रेंज (Normal BP Range)
Normal BP range उम्र, शरीर की अवस्था और अन्य कारकों पर थोड़ा-बहुत भिन्न हो सकती है। लेकिन आमतौर पर इसे इस तरह वर्गीकृत किया जा सकता है:
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स्थिति |
BP रीडिंग |
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यदि आपका BP इस Normal BP range में है, तो यह अच्छा संकेत है। हालांकि, 121/81 mmHg से ऊपर होने पर कुछ सावधानियाँ और लाइफस्टाइल सुधार ज़रूरी हो जाते हैं ताकि BP बढ़ने से रोका जा सके।
लो BP रेंज (Low BP Range)
जब कोई पूछता है कि Low BP range क्या होती है, तो सामान्य रूप से इसका उत्तर है 90/60 mmHg से कम।
इस स्थिति को Low BP या Hypotension कहा जाता है। Low BP का मतलब होता है कि शरीर के अंगों तक खून और ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त रूप से नहीं हो रही।
- चक्कर आना या सिर घूमना
- धुंधली दृष्टि
- बेहोशी की स्थिति
- थकावट या कमजोरी
- दिल की धड़कन तेज़ होना
यदि आपके BP की रीडिंग Low BP range में बार-बार आ रही है और आपको लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो डॉक्टर से जांच कराना आवश्यक है।
High BP Range क्या होती है? (What is High BP Range in Hindi)
High BP range तब मानी जाती है जब रक्तचाप लगातार 140/90 mmHg या उससे ऊपर हो। इस स्थिति को High BP या Hypertension कहा जाता है, जो हृदय रोग, स्ट्रोक, और किडनी की समस्याओं का कारण बन सकती है।
High BP Symptoms:
- सिर दर्द
- दिल की धड़कन तेज़ होना
- सांस लेने में तकलीफ
- थकान और बेचैनी
High BP की Category:
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BP रीडिंग |
स्थिति |
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140/90 से ऊपर |
Stage 1 Hypertension |
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160/100 से ऊपर |
Stage 1 Hypertension |
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180/120 से ऊपर |
Hypertensive Crisis (आपातकालीन स्थिति) |
अगर आपका BP इन सीमाओं में आता है, तो इसे High BP range में गिना जाएगा और तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए।
Conclusion
अब आप जान चुके हैं कि Normal BP kitna hota hai और किस रेंज को Normal BP range, Low BP range, या high BP range कहा जाता है।
BP की जांच नियमित रूप से करना बहुत आवश्यक है क्योंकि यह शरीर के हृदय स्वास्थ्य का प्राथमिक संकेतक होता है। अगर आपका BP सामान्य रेंज से अधिक या कम है और लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
BP को सामान्य रखने के लिए कुछ सुझाव:
- संतुलित आहार लें
- नियमित व्यायाम करें
- नमक का सेवन कम करें
- तनाव को कम करें
- धूम्रपान और अत्यधिक शराब से बचें
- नींद पूरी लें
स्वस्थ जीवनशैली और समय पर जाँच से आप Normal BP range बनाए रख सकते हैं और गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
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