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डिमेंशिया के कारण और लक्षण और PET CT टेस्ट

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डिमेंशिया के कारण और लक्षण और PET CT टेस्ट

डिमेंशिया के कारण और लक्षण और PET CT टेस्ट

डिमेंशिया कोई एक बीमारी नहीं है, बल्कि व्यक्ति की एक समूह या अवस्था है जिसमें इस...

डिमेंशिया कोई एक बीमारी नहीं है, बल्कि व्यक्ति की एक समूह या अवस्था है जिसमें इस स्थिति से गुजरने वाला व्यक्ति ठीक से सोच नहीं पाता है। यह आमतौर पर मस्तिष्क के न्यूरॉन्स के क्षरण के कारण होता है जो व्यक्ति की सोचने, तर्क करने और याद रखने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। यह स्थिति 85 वर्ष की आयु के बाद आम है और अधिकांश वृद्ध लोग इससे पीड़ित होते हैं। यह स्थिति दीर्घकालिक होती है और समय के साथ बढ़ती जाती है। व्यक्ति की सोचने की क्षमता समय के साथ पहले की मानसिक स्थिति से कम होती जाती है। इस स्थिति से गुजरने वाला व्यक्ति चीजों को याद नहीं रख पाता, निर्णय लेने में असमर्थ होता है और यह स्थिति व्यक्ति के दैनिक जीवन को भी प्रभावित करती है। मस्तिष्क की स्थिति की नियमित जाँच करना और इस स्थिति के प्रति सचेत रहना महत्वपूर्ण है। इस स्थिति का पता लगाने के लिए कई तरह के परीक्षण किए जाते हैं, जिनमें एमआरआई, CT स्कैन, डीओपीए ब्रेन टेस्ट आदि शामिल हैं।

डिमेंशिया (Dementia in Hindi)

डिमेंशिया एक मानसिक स्थिति है जो वर्षों से बनी रहती है और व्यक्ति की मानसिक क्षमता को प्रभावित करती है। इस स्थिति के कई कारण होते हैं और ऐसा ही एक कारण अल्जाइमर रोग है। यह भी डिमेंशिया के कारकों में से एक है। डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति को निम्नलिखित कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है:

  • समन्वय
  • मनोदशा
  • व्यवहार
  • स्मृति
  • तर्क
  • भाषा

डिमेंशिया का शरीर और मस्तिष्क पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है। इसमें मस्तिष्क की बुनियादी गणनाओं, समन्वय, तर्क और अन्य समस्याओं में समस्याएँ आती हैं।

मनोभ्रंश से संबंधित लक्षण (Symptoms related to Dementia in Hindi)

मनोभ्रंश से संबंधित विभिन्न लक्षणों में शामिल हैं:

  • याद रखने में कठिनाई
  • सही शब्दों को जल्दी से बोलने में कठिनाई
  • मनोदशा में उतार-चढ़ाव
  • व्यवहार में बदलाव
  • घटनाओं को भूलना
  • वस्तुओं को गलत जगह रखना
  • टिप्पणियों को दोहराना
  • याददाश्त में कमी
  • भ्रम की स्थिति
  • चिंता
  • अवसाद
  • मतिभ्रम का अनुभव

मनोभ्रंश से संबंधित कारण (Causes related to Dementia in Hindi)

मनोभ्रंश से संबंधित विभिन्न कारणों में शामिल हैं:

  • अल्जाइमर रोग
  • संवहनी मनोभ्रंश
  • पार्किंसंस रोग
  • ब्रेन स्ट्रोक
  • मस्तिष्क संक्रमण
  • मस्तिष्क में चोट
  • जीवनशैली
  • मस्तिष्क की नसों में रुकावट
  • मस्तिष्क में ऑक्सीजन का प्रवाह कम होना
  • मस्तिष्क को कम पोषण
  • सामान्य दबाव हाइड्रोसिफ़लस

डिमेंशिया के लिए PET CT (PET CT for Dementia in Hindi)

PET CT एक उन्नत रेडियोलॉजिकल डायग्नोस्टिक उपकरण है जिसका उपयोग मस्तिष्क की स्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है और इसका उपयोग डिमेंशिया का पता लगाने के लिए किया जा सकता है। इसका उपयोग विभिन्न स्थितियों का पता लगाने के लिए किया जाता है, जैसे:

  • डिमेंशिया के प्रकार
  • प्रारंभिक अवस्था में रोग का निदान
  • प्रगति की सटीक स्थिति बताता है
  • उपचार का प्रभाव क्या है
  • रोग की गंभीरता

गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर में डिमेंशिया का पता लगाने के लिए कौन से परीक्षण उपलब्ध हैं? (Which tests are available at Ganesh for the Detection of Dementia in Hindi)

गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर में डिमेंशिया का पता लगाने के लिए कई तरह के परीक्षण उपलब्ध हैं। ये परीक्षण NABL और NABH द्वारा मान्यता प्राप्त हैं और इनमें शामिल हैं:

निष्कर्ष

डिमेंशिया एक मानसिक स्थिति है जो मस्तिष्क के न्यूरॉन्स के क्षरण के कारण वर्षों में उत्पन्न होती है। डिमेंशिया की स्थिति के कई कारण होते हैं और ऐसी ही एक स्थिति अल्जाइमर रोग है। 85 वर्ष से अधिक आयु की लगभग 50% आबादी डिमेंशिया की इस स्थिति से ग्रस्त है। ऐसी कई स्थितियाँ हैं जो डिमेंशिया की स्थिति का कारण बन सकती हैं, जैसे नसों में रुकावट, मस्तिष्क की चोट, संक्रमण आदि। इस स्थिति की जाँच करते रहना ज़रूरी है। इस स्थिति का जल्द पता लगने से बीमारी को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है और इसके प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है। इस स्थिति का पता लगाने के लिए कई परीक्षण उपलब्ध हैं, जिनमें एमआरआई, CT स्कैन, PET या रक्त परीक्षण शामिल हैं। डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति के दैनिक कार्यों में असामान्यताएँ होती हैं, वह चीजों को याद नहीं रख पाता, उत्तर नहीं दे पाता, निर्णय नहीं ले पाता और दैनिक आसान कार्य भी नहीं कर पाता। यह स्थिति बहुत परेशान करने वाली भी होती है और व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन के वे कार्य भी करने में बहुत कठिनाई महसूस होती है जिन्हें वह पहले आसानी से कर लेता था।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

क्या डिमेंशिया केवल वृद्ध लोगों से संबंधित है?

नहीं, यह किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन वृद्ध लोगों में सबसे आम है।

क्या अल्जाइमर रोग ही डिमेंशिया का एकमात्र कारण है?

नहीं, इसके कई अन्य कारण भी हैं जैसे उम्र, चोट, संक्रमण आदि।

क्या डिमेंशिया दैनिक जीवन के कार्यों को प्रभावित कर सकता है?

हाँ, यह व्यक्ति के दैनिक कार्यों को प्रभावित कर सकता है।

डिमेंशिया परीक्षण कब करवाना चाहिए?

व्यक्ति को याद रखने में कठिनाई होती है और वह जल्दी निर्णय नहीं ले पाता और दैनिक कार्य करने में कठिनाई महसूस करता है।

क्या डिमेंशिया व्यक्ति के नियंत्रण और समन्वय को प्रभावित करता है?

हाँ, यह व्यक्ति के नियंत्रण और समन्वय को बहुत प्रभावित करता है।

डिमेंशिया का सबसे ज़्यादा खतरा किसे है?

अल्जाइमर रोग से पीड़ित लोगों और वृद्ध लोगों को डिमेंशिया का सबसे ज़्यादा खतरा होता है।

क्या डिमेंशिया का इलाज संभव है?

नहीं, कुछ दवाओं से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

डिमेंशिया का पता लगाने के लिए कौन से परीक्षण किए जाते हैं?

डिमेंशिया का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न परीक्षणों में PET, CT, रक्त परीक्षण, एमआरआई आदि शामिल हैं।

डिमेंशिया के लिए कौन सा परीक्षण महंगा है?

डिमेंशिया का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सभी परीक्षणों में PET CT परीक्षण सबसे महंगा है।

क्या डिमेंशिया घातक है?

यह स्थिति मस्तिष्क के नियंत्रण और समन्वय को बाधित करके जीवन को कठिन बना देती है।